अगर आप भी राशन कार्ड धारक हैं और हर महीने सरकारी डिपो से मिलने वाले सस्ते राशन का इंतजार करते हैं, तो यह खबर आपके होश उड़ा सकती है। सरकार ने एक बड़ा और चौंकाने वाला फैसला लेते हुए बीपीएल (BPL) और गरीब परिवारों को मिलने वाले सस्ते सरसों के तेल के नियम में भारी बदलाव कर दिया है। अब ₹40 में मिलने वाला 2 लीटर तेल सपना हो गया है, क्योंकि नए रेट आपकी जेब पर सीधा असर डालने वाले हैं।
क्या है सरकार का नया फरमान? समझिए पूरा गणित
अब तक, हरियाणा जैसे राज्यों में बीपीएल परिवारों को राशन डिपो पर मात्र ₹40 में 2 लीटर सरसों का तेल मिलता था। लेकिन अब इस व्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया गया है। नए नियम के तहत:
- 1 लीटर तेल लेने पर: आपको ₹30 चुकाने होंगे।
- 2 लीटर तेल लेने पर: आपको ₹30 नहीं, बल्कि पूरे ₹100 चुकाने होंगे!
इसका सीधा मतलब है कि सरकार दूसरे लीटर तेल के लिए आपसे ₹70 वसूल रही है। यह 150% से भी ज्यादा की सीधी बढ़ोतरी है, जिसने लाखों गरीब परिवारों की चिंता बढ़ा दी है। यह नया नियम जुलाई महीने से लागू भी कर दिया गया है।
सरकार ने क्यों उठाया यह कदम?
सरकार का तर्क है कि यह फैसला तेल की खपत को नियंत्रित करने और सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इससे तेल की कालाबाजारी पर भी रोक लगेगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या पारदर्शिता की कीमत गरीब अपनी थाली से चुकाएगा?
आम जनता और विपक्ष का गुस्सा
सरकार के इस फैसले से राशन डिपो पर तेल लेने पहुंचने वाले लोगों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि एक तरफ महंगाई आसमान छू रही है, और दूसरी तरफ सरकार गरीबों को मिलने वाली छोटी-मोटी राहत भी छीन रही है।
वहीं, विपक्षी दलों ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उनका आरोप है कि सरकार ने चुनाव से पहले वोट के लिए बीपीएल कार्ड बनाए और अब उन्हीं परिवारों से सुविधाएं छीनकर उनके साथ धोखा कर रही है।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश के करोड़ों लोग पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं। रसोई का बजट संभालना मुश्किल हो गया है, और अब सरसों के तेल की बढ़ी हुई कीमत ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।