अभी-अभी गर्मी की लंबी छुट्टियां खत्म हुई हैं और बच्चों ने बस्ता टांगकर स्कूल जाना शुरू ही किया था कि एक और बड़ी खुशखबरी ने दस्तक दे दी है। खबर है कि जुलाई के महीने में छात्रों को एक-दो दिन नहीं, बल्कि लगभग 20 दिनों तक की छुट्टियां मिल सकती हैं। यह खबर छात्रों और अभिभावकों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
आखिर स्कूल खुलते ही इतनी लंबी छुट्टियां क्यों दी जा रही हैं? क्या यह सिर्फ अफवाह है या इसमें कोई सच्चाई है? चलिए, इस पूरे मामले के पीछे की वजह को आसान भाषा में समझते हैं।
क्यों मिल रहा है छुट्टियों का यह बंपर तोहफा?
जुलाई में छुट्टियों का यह पिटारा कई वजहों से खुल रहा है। इसमें त्योहारों से लेकर मौसम का मिजाज तक शामिल है। आइए इन छुट्टियों के कैलेंडर को डिकोड करते हैं:
1. रविवार की तय छुट्टियां:
सबसे पहले तो जुलाई में पड़ने वाले 4 रविवार हैं, जो पक्की छुट्टी के दिन हैं।
- 7 जुलाई
- 14 जुलाई
- 21 जुलाई
- 28 जुलाई
2. त्योहारों का खास मौका:
इस महीने दो बड़े त्योहार भी पड़ रहे हैं, जिन पर ज्यादातर राज्यों में सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाता है।
- मुहर्रम: इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है।
- गुरु पूर्णिमा: यह पर्व भी देश के कई हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है और स्कूलों में छुट्टी रहती है।
3. सबसे बड़ा कारण – मानसून का ‘रेड अलर्ट’!
जुलाई में छुट्टियों की संख्या को 20 दिन तक पहुँचाने का सबसे बड़ा कारण है मानसून। देश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, स्थानीय प्रशासन ऐसी स्थिति में स्कूलों को बंद करने का फैसला लेता है:
- जलभराव: शहरों और गांवों में सड़कों पर पानी भरने से बच्चों का स्कूल पहुँचना खतरनाक हो जाता है।
- बाढ़ का खतरा: नदियों के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ की आशंका के चलते स्कूल बंद कर दिए जाते हैं।
- पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन: उत्तराखंड, हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है, जिसके चलते स्कूलों में लंबे समय तक छुट्टियां घोषित की जा सकती हैं।
इन सभी को मिलाकर (रविवार + त्योहार + बारिश की संभावित छुट्टियां), यह आंकड़ा आसानी से 15 से 20 दिनों तक पहुंच सकता है।
किन राज्यों पर रहेगा सबसे ज्यादा असर?
हालांकि छुट्टियां पूरे देश में मिलेंगी, लेकिन भारी बारिश के कारण कुछ राज्यों में इसका असर ज्यादा देखने को मिल सकता है:
- उत्तर भारत: उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार।
- पश्चिम भारत: महाराष्ट्र (खासकर मुंबई और कोंकण क्षेत्र), गुजरात।
- पूर्व और पूर्वोत्तर भारत: पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय।
इन राज्यों में जिला प्रशासन मौसम विभाग की चेतावनी के आधार पर छुट्टियों को एक दिन से लेकर एक हफ्ते तक बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष: छुट्टियों का करें सही इस्तेमाल
यह साफ है कि जुलाई का महीना छात्रों के लिए राहत भरा रहने वाला है। यह जरूरी है कि छात्र इन छुट्टियों को सिर्फ मौज-मस्ती में न बिताएं, बल्कि इसका सही इस्तेमाल करें। वे इस समय का उपयोग अपने शुरुआती पाठ्यक्रम का रिवीजन करने, प्रोजेक्ट वर्क पूरा करने या कोई नई स्किल सीखने में कर सकते हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer): कृपया ध्यान दें कि बारिश के कारण होने वाली छुट्टियों का अंतिम निर्णय आपके क्षेत्र के जिला मजिस्ट्रेट (DM) या स्थानीय प्रशासन द्वारा लिया जाएगा। आधिकारिक घोषणा के लिए स्थानीय समाचार और स्कूल के नोटिस पर नजर बनाए रखें।