खुशखबरी! छात्रों की मौज, भारी बारिश के चलते 13 जुलाई तक बढ़ी स्कूलों की छुट्टियां – School Holiday

उत्तर प्रदेश में आसमानी आफत ने हाहाकार मचा दिया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से ठप कर दिया है और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। शाहजहांपुर, रामपुर और बरेली जैसे इलाकों में स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है। इस भयानक स्थिति को देखते हुए और छात्रों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए प्रशासन ने एक बड़ा और अहम फैसला लिया है।

13 जुलाई तक बढ़ी स्कूलों की छुट्टियां!

शाहजहांपुर जिले में बारिश के रौद्र रूप को देखते हुए जिलाधिकारी (DM) ने जिले के 8वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में छुट्टियों को बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया है। अब सभी परिषदीय और निजी स्कूल 13 जुलाई, 2025 तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। पहले यह अवकाश केवल 11 जुलाई तक था, लेकिन हालात में कोई सुधार न होने के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया है।

क्यों लिया गया यह बड़ा फैसला? स्कूल बने तालाब, सड़कें बनीं नदियां!

लगातार बारिश के कारण जिले की प्रमुख नदियां, गर्जा और खन्नौत, उफान पर हैं। इनका पानी रिहायशी इलाकों और स्कूलों में घुस गया है, जिससे हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं।

  • स्कूलों में जलभराव: कई स्कूल परिसरों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे कक्षाओं का संचालन करना नामुमकिन है।
  • खतरनाक रास्ते: सड़कों पर पानी भरने से बच्चों का स्कूल आना-जाना बेहद जोखिम भरा हो गया है।
  • अनहोनी का डर: प्रशासन किसी भी तरह की अनहोनी को टालने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।

अभिभावकों ने भी प्रशासन के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि बच्चों की सुरक्षा से बढ़कर कुछ नहीं है।

यह भी पढ़ें:  खुशखबरी! केंद्रीय कर्मचारियों का DA 6% बढ़ा, जुलाई में सैलरी स्लिप देखकर झूम उठेंगे आप-DA Hike July 2025

प्रशासन पूरी तरह एक्शन मोड में

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि रामगंगा और बहगुल नदियों के जलस्तर पर भी 24 घंटे नजर रखी जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है:

  • सभी बाढ़ चौकियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
  • बचाव कार्य के लिए नावों और टीमों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
  • निचले इलाकों में लगातार निगरानी की जा रही है।

पढ़ाई का नुकसान, पर सुरक्षा सबसे पहले

लगातार छुट्टियों के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन इस आपदा की घड़ी में हर किसी के लिए पहली प्राथमिकता बच्चों का जीवन और उनकी सुरक्षा है। प्रशासन का कहना है कि जैसे ही स्थिति सामान्य होगी, स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया जाएगा। तब तक, सभी से घरों में सुरक्षित रहने की अपील की गई है।

Leave a Comment